हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जेद्दाह/सऊदी अरब ने तीर्थयात्रियों के लिए नए निर्देश जारी किए हैं, जिसमें उमरा भुगतान के लिए परमिट जारी करने की प्रक्रिया में बदलाव की घोषणा की है, जिसे बहुत जल्द लागू किया जाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के दौरान हज और उमराह के लिए एक निश्चित संख्या में तीर्थयात्रियों को परमिट जारी किए जा रहे थे और वे भी केवल सऊदी अरब के नागरिकों के लिए आरक्षित थे।
रिपोर्ट के अनुसार ऊपर बताई गई व्यवस्था के लिए एटमरना ऐप भी पेश किया गया था, इस ऐप के माध्यम से तीर्थयात्री घर बैठे परमिट प्राप्त करते थे और कोरोना वायरस के दौरान कार्यालयों के चक्कर लगाने से बचते थे, इस प्रकार घातक के प्रसार से भी सुरक्षित थे।
कोरोना वायरस की समाप्ति के बाद, हज और उमरा पर लगाए गए सभी प्रतिबंध हटा दिए गए, फिर मस्जिद अल-हरम और मस्जिद नबवी तीर्थयात्रियों से भर गई।
सूत्रों के मुताबिक इतिमराना ऐप पर दबाव भर दिया गया है जिसके चलते हज के सऊदी मंत्रालय ने इतिमराना ऐप को रद्द कर दिया है और अब निस्क नाम से एक ऐप लॉन्च किया है, जिसके बाद तीर्थयात्रियों को इतिमराना के बजाय सभी उमरा भुगतान संचालन करने का निर्देश दिया गया था। नासिक एप के जरिए होगा।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि हज और उमराह के सऊदी मंत्रालय ने अनुमान लगाया है कि इस साल उमराह सीजन की शुरुआत से रमजान के अंत तक दुनिया भर से भगवान के घर आने वालों की संख्या 9 मिलियन तक पहुंच सकती है।